पाठगत प्रश्नोत्तर
1). संविधान किसे कहते हैं ?
उत्तर-
किसी देश को चलाने के लिए जिन मूलभूत नियमों एवं कानूनों की जरूरत होती है, उसे ही हम संविधान कहते हैं।
2). बुनियादी नियम क्या होते हैं ?
उत्तर-
शिक्षा का अधिकार, नागरिकों के स्वास्थ्य, स्वतंत्रता, समानता, अधिकार व कर्तव्य से जुड़े नियमों को बुनियादी नियम कहते हैं।
3). किसी भी स्वास्थ्य केन्द्र से पता लगाइए कि सरकार द्वारा लोगों को कौन-कौन-सी बुनियादी सुविधाएँ दी जाती हैं।
उत्तर-
स्वास्थ्य केन्द्र लोगों को चिकित्सा व चिकित्सकीय परामर्श व जाँच, टीकाकरण व दवा वितरण आदि की बुनियादी सुविधाएँ देता है।
4). अपने विद्यालय में दी जाने वाली सरकारी सुविधाओं की एक सूची बनाएँ।
उत्तर-
- मुफ्त पुस्तक वितरण ।
- मुफ्त वर्दी (ड्रेस) वितरण ।
- दोपहर में मुफ्त भोजन प्रदान करना ।
- छात्रवृत्ति प्रदान करना ।
(अन्य सुविधाओं को, जो आपके विद्यालय में दी जाती हैं, उनकी सूची स्वयं बनाएँ।)
5). क्या आपको लगता है कि अंग्रेजी हुकूमत ने हम भारतीयों के अधिकारों का हनन किया है ? कैसे?
उत्तर-
जलियाँवाला बाग में संभा हो रही थी। लोग अपने विचार शांतिपूर्ण ढंग से रख रहे थे। जनता को सरकार के खिलाफ अपने विचार व्यक्त करने का मौलिक अधिकार होता है। पर, अंग्रेज सरकार ने हजारों निहत्थे लोगों पर गोलियाँ चलाकर उनकी नृशंस हत्या कर दी।
उन्होंने हम भारतीयों के अधिकारों का हनन किया और भी कई प्रकार से करते रहे । अपने स्वार्थ के लिए भारतीय किसानों से जबरदस्ती नील की खेती कराते रहे जो भारतीय किसानों के लिए नुकसानदायक और अंग्रेज सरकार के लिए फायदेमंद था। दरअसल अंग्रेज सरकार अपने फायदे के लिए हम भारतीयों के अधिकारों का लगातार हनन करते रहे थे।
6). किस चीज की खेती के लिए किसानों को मजबूर किया जा रहा
था?उत्तर-
बिहार के पश्चिम चंपारण में अंग्रेजों द्वारा भारतीय किसानों को नील की खेती के लिए मजबूर किया जाता था।
बिल्कल रोका जा सकता था। यदि उस समय भारत आजाद होता और उसका अपना संविधान होता तो लोग अदालत की शरण में जाकर अपने मूलभूत अधिकारों की रक्षा कर लेते और ऐसी घटनाएँ नहीं होती।
उत्तर-
भारत के लोगों की स्वतंत्र संविधान सभा की मांग को मानने पर अंग्रेजों को भारत छोड़ना पड़ता क्योंकि विदेशी लोगों द्वारा अपने देश पर शासन कोई देशवासी स्वीकार नहीं करता । इसलिए अंग्रेज सरकार ने यह मांग ठुकरा दी।
भारत के संविधान के बुनियादी मूल्य अग्रलिखित हैं-लोकतंत्र, स्वतंत्रता, समानता, न्याय एवं धर्मनिरपेक्षता।
मजदूरों के हितों की रक्षा करके, उन्हें शोषण से बचाने व उनके अधिकारों की रक्षा करने के उद्देश्य से मजदूरों के संगठन बनाए जाते हैं।
जिन लोगों की सारी संपत्ति नष्ट हो गई होती है या जिनके पास कुछ भी जमीन-जायदाद शुरू से ही या बाद में किसी कारण से नहीं रह पाता, वे मजबूरी में बंधुआ मजदूर बन जाते हैं।
उत्तर-
- धर्म, जाति, लिंग, नस्ल आदि के आधार पर किसी भी नागरिक के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा।
- देश में ऐसे कानून बनाए जाएँगे जो देश के सभी नागरिकों पर लागू हों व किसी एक धर्म के विश्वासों और मान्यताओं पर आधारित न हों।
उत्तर-
- सभी अल्पसंख्यकों को, चाहे वे धर्म के आधार पर हों या भाषा के आधार पर, अपनी विचारधारा की शिक्षा संस्थाओं की स्थापना करने और चलाने का अधिकार है।
- अल्पसंख्यक समूहों को अपनी संस्कृति और भाषा की रक्षा के लिए शैक्षणिक संस्थाएँ स्थापित करने और उन्हें चलाने की स्वतंत्रता है।
- अगर ऐसी संस्थाएँ अनुदान एवं मान्यता के लिए जरूरी शतें पूरी करती हैं तो सरकार उन्हें अनुदान व मान्यता देती हैं।
उत्तर-
अल्पसंख्यकों को जब संस्कृति व शिक्षा के अधिकार दिये जाते हैं तब उनमें सुरक्षा की भावना जागृत होती है और वे इस देश को अपना देश मान पूरी तरह से भावनात्मक रूप से जुड़ जाते हैं। इससे देश में शांति बनी रहती है और धर्मनिरपेक्षता मजबूत होती है कि इस देश में सभी धर्म के लोगों को अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, यानी वे सुरक्षित हैं, अपने-अपने धर्म व धार्मिक मान्यताओं के साथ ।
रोजगार, व्यापार-कारोबार के द्वारा अपने लिए बेहतर जीवन पाने के उद्देश्य से लोग देश के विभिन्न भागों में जाकर रहना चाहते हैं।